कपलिंग क्या है। और इसका उपयोग :-
Coupling:-
एक मल्टीस्टेज एम्पलीफायर में कई सिंगल स्टेज एम्पलीफायर कैस्केड (सीरीज) में जुड़े होते हैं जो पहले चरण (स्टेज) के आउटपुट को उपयुक्त कपलिंग डिवाइस के माध्यम से दूसरे चरण (स्टेज) के इनपुट से जोड़ा जाता है। इसी प्रकार सभी एम्प्लीफायर को एक के बाद एक सीरीज में कपलिंग की मदद से कनेक्ट करते जाते है। इन कपलिंग का उपयोग जब तक किया जाता है जब तक आप कोई एम्प्लीफायर या डिवाइस/सर्किट को इससे कनेक्ट करते है।
(In a multistage amplifier a number of single stage amplifier are connected in cascade.i.e output of 1st stage are connected to the input of second stage through suitable Coupling device.)
Amplifier को आपस में कनेक्ट करने के लिए निम्न 3 प्रकार के कपलिंग का इस्तमाल किया जाता है। जो इस प्रकार है।
fig = Coupling Types |
Types of Coupling-:-
Resistance capacitance Coupling (RC Coupling):-
working of rc coupled amplifier-:-
जब दो सिंगल स्टेज एम्पलीफायर एक कपलिंग डिवाइस कैपेसिटर के माध्यम से जुड़े होते हैं। इसे RC कपलिंग कहते हैं।
(When two single stage amplifier are connected through a Coupling device capacitor it's called as RC Coupling.)
Fig = RC Coupling |
RC Coupling में दो सिंगल स्टेज को आपस में एक cc (Coupling capacitor)के द्वारा जोड़ा गया है प्रत्येक स्टेज में चार resistance को लिया गया है
जिनमे से दो resistance के बीच एक ट्रांजिस्टर लगा होता है। ट्रांजिस्टर में 3 pin होती है इसी प्रकार प्रत्येक 1 कॉमन एम्मीटर 180 डिग्री फेस शिफ्ट करता है इस पूरे सर्किट मे दो कॉमन एम्मीटर लगे है जो टोटल स्टेज 360 डिग्री फेस शिफ्ट करते है। अर्थात एक हाफ साइकिल 180 फेस शिफ्ट करते हैं तो एक पूरी साइकिल फेज शिफ्ट होने में 360 फेज शिफ्ट होंगे।
Frequency response curve of RC Coupling:-
Voltage gain (ab) और frequency (f) के बीच बना ग्राफ frequency response curve कहलाता है।
frequency की वैल्यू 0.707 amid होती है।
यह frequency 3 मोड में होती है पहला लोअर फ्रीक्वेंसी, मीडियम frequency,or high frequency fu.
FL = lower cut off frequency
Fu = Upper cut off frequency
BW = Fu-fL
Band width = Upper frequency-lower frequency
Band width:-
Frequency की वह रेंज जिसमे एम्प्लीफायर का वोल्टेज gain अपने अधिकतर मान का (.707%) होता है या उससे बड़ा वह रेंज बैंड विड्थ कहलाती है।
The range of frequencies over which the voltage gain off an amplifier. greater then (.707%) maximum gain is called band width.
RC Coupling के गुण । Advantages of RC Coupling:-
इसमें उत्कृष्ट आवृत्ति प्रतिक्रिया वक्र है।
इसकी लागत कम है।
इसमें कॉम्पैक्ट सर्किट है।
यह मीडियम frequency पर काम करता है।
RC Coupling की हानिया। Disadvantage of RC Coupling:-
यह low frequency पर काम नही करता।
यह high frequency पर भी काम नही करता।
Transformer Coupling -:-
जब किसी एक स्टेज को किसी दूसरे स्टेज से ट्रांसफार्मर के द्वारा कपल्ड (जोड़ा) जाता है तो वह ट्रांसफार्मर कपलिंग कहलाता है इस तरह के सर्किट/डिवाइस में ट्रांसफार्मर की coil // winding का उपयोग किया जाता है ट्रांसफार्मर की प्राइमरी coil p से सर्किट के लोड को एकत्रित किया जाता है। और सेकेंडरी s coil /winding से अगले स्टेज को वोल्टेज प्रदान किया जाता है।
Fig = Transformer Coupling |
transformer coupled amplifier working-:-
Transformer Coupling में ट्रांजिस्टर के ऊपरी भाग की तरफ ट्रांसफार्मर की दो coil को लगाया जाता है पहली winding p तथा दूसरी winding s कहलाती है सेकंड coil s को सर्किट मे लगे दूसरे ट्रांजिस्टर Q2 से कनेक्ट किया गया है।
प्रत्येक एम्प्लीफायर के सर्किट मे एक एक बाई पास कैपेसिटर लगा है जो जिससे पावर का लॉस कम हो और gain अधिक मिल सके।
इसी प्रकार सेकंड एम्प्लीफायर सर्किट में भी ट्रांसफार्मर coil को लगाया गया है जिसके द्वारा पहली winding से लोड को एकत्रित करना होता है और सेकेंडरी winding se output प्राप्त किया जा सके और इसके द्वारा अधिक एम्प्लीफायर को कनेक्ट किया जा सके।
Vcc = Voltage supply
Ce = बाई पास कैपेसिटर
P = प्राइमरी winding
S = सेकेंडरी winding
Q1 = Transistor 1
Q2 = Transistor 2
R = Resistance
Vo = Output Voltage
Frequency response curve-:-
Transformer Coupling सिर्फ resonance frequency पर कार्य करता है।
Transformer couphed up frequency distortion.
Frequency is poor i.e gain is constant only over a small range of frequency.
Fig = Frequency |
Advantages of transformer Coupling-:-
- It provide high gain.
- No signal Power is lost.
- It has high efficiency (दक्षता)
Disadvantages of transformer Coupling-:-
- It has a poor frequency response.
- Frequency distortion.
- In this Coupling transformer are larger in size and expensive.
Direct Coupling-:-
Direct coupling working-:-
जब दो सिंगल स्टेज एम्पलीफायर बिना किसी कपलिंग डिवाइस के जुड़े होते हैं तो इसे डायरेक्ट कपलिंग कहा जाता है।
When two single stage amplifier are connected without any Coupling device it is called direct Coupling.
Single stage amplifier के सर्किट में लगा ट्रांजिस्टर Q1 दूसरे सर्किट के ट्रांजिस्टर Q2 से डायरेक्ट कनेक्ट किया जाता है।
Fig = Direct coupling |
इस सर्किट में ce बाई पास कैपेसिटर लगा होता है।जब सर्किट को वोल्टेज सप्लाई Vcc दी जाती है तो सर्किट में सिग्नल amplify होकर आउटपुट पर पहुंचता है। इस सर्किट से एक wire को ग्राउंड किया जाता है। आउटपुट पर vo प्राप्त होता है।
Frequency response curve-:-
Direct Coupling upper cut frequency तक कार्य करता है।इस frequency को fu से प्रदर्शित किया जाता है।
Where - :-
Fig = Frequency |
F = Frequency
Av = Voltage gain
Fu = Upper Frequency
Direct Coupling के लाभ
- यह प्राइज में सस्ता होता है।
- इसमें capacitor नही लगते।
- यह low frequency पर काम करता है।
Disasvantages of Direct Coupling । Direct Coupling से हानि।
- यह high frequency पर काम नहीं करता ।
- यह low से अधिक frequency पर काम नहीं करेगा।
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