what is op amp:-
Define operational amplifier :-
OP-AMP एक उच्च (अधिक) लाभ बाला बिभिन्न एम्पलीफायर है जिसके उपयोग से d.c के साथ-साथ a.c इनपुट सिग्नल को बढ़ाने के लिए उपयोग किया जाता है। तथा एक स्पेशल कार्य जैसे mathematics में किसी भी वर्ड या संख्या को जोड़ने, घटाने, गुणा करना, भाग करने आदि कार्य के लिए यूज़ किया जाता है।
op-amp is a high gain differential amplifier which is used to amplify d.c as well as a.c input signals and was originally designed for computing mathematical function such as addition, subtraction, multiplication, and integration etc.
it has high input resistance and low output resistance.
symbol of op-amp
fig- op amp |
op-amp के सिंबल में 2 इनपुट लिए गए है जिन्हे क्रम से V1 तथा V2 से प्रदर्शित किया गया है V1 इनपुट को non-inverting input और V2 को inverting input से दर्शाया गया है सिंबल में inverting इनपुट को (-) से तथा नॉन-इन्वेर्टिंग इनपुट को (+) से नोटेड किया गया है। सिंबल में -Vee suplly से +Vcc supply देने से आउटपुट (V0) प्राप्त होता है।
Vo = Ad(V1-V2)
Also read = Different bitwen Analog and digital signal
Where
- Vo = output voltage
- Ad = Differential gain
- V1 = Non inverting terminal
- V2 = inverting terminal
- Vee = power supply
I.C pin diagram of op-amp:-
fig - i.c of op-amp |
- Specification of ideal op-amp
- input resistance, Ri = ∞
- output resistance, Ro = 0
- Voltage gain, Av = ∞
- band with, Bw = ∞
- Perfect balence, when V1=V2, Vo=0
- CMRR = ∞
- Slow rate = ∞
Block Diagram Of Op-Amp:-
fig - Block Diagram |
Differential amplifier:-
डिफरेंशियल एम्पलीफायर का उपयोग किन्ही दो इनपुट सिग्नल के बीच के अंतर को बढ़ाता है या बढ़ाने का कार्य करता है। इसमें दो ट्रांजिस्टर लगे होते है जो एक-एक रेजिस्टेंस से पैरेलल में जुड़े होते है जिनसे एक सर्किट बनता है अब इस सर्किट को वोल्टेज सप्लाई देने पर-
fig - differential amplifier |
- Vo = Ad(V1-V2)
- Ad = differential gain
Intermediate stage:-
इंटरमीडिएट स्टेज में यह signal को बढ़ाता है और ये इनपुट चरण को आउटपुट चरण में बढ़ाने में सहायता करता है। इसमें दो इनपुट के द्वारा एक आउटपुट को प्राप्त किया जाता है जो सिग्नल सिंगल स्टेज से amplify होकर इस स्टेज पर आते है ये उन्हे आगे को ऒर अधिक amplify करके देते है
Also read = Auto transformer kya ha
Level Shifting Stage:-
इसमें emitter follower लगा होता है और इसका उपयोग मध्यवर्ती स्तर से इनपुट सिग्नल के d.c स्तर को इस्थानान्तरित करने के लिए प्रयोग किया जाता है। लेवल शिफ्ट स्टेज कहलाता है।
It contains emitter follower and used to shift the d.c level of input signal from intermediate stage.
Output stage"-
output stage में पुश पुल्ल एम्पलीफायर लगा होता है जिसका प्रतिरोध कम होता है यह लेवल शिफ्ट स्टेज के आउटपुट सिग्नल को amplify करके आउटपुट प्राप्त होता है।
Equivalent circuit of op-amp:-
fig- circuit diagram |
Ad = Vo/Vd
- Ri = input resistance
- Ro = output resistance
- Ad = differential gain
- Vo = Ad(V1-V2)
circuit diagram में आउटपुट पर एक loard resistance Rl लगा होता है जिसके एक सिरे का कनेक्शन ग्राउंड लेवल को दिया जाता है इनपुट रेजिस्टेंस से पावर सप्लाई देने पर आउटपुट रेजिस्टेंस उस सिग्नल को amplify करता है जिससे आउटपुट पर equivalent वैल्यू प्राप्त होती है।
Also read = smps kya ha
No comments:
Post a Comment